अणु किसे कहते है?
साधारणतया अणु ऐसे दो या दो से अधिक परमाणुओं का समूह होता है जो आपस में रासायनिक बंध द्वारा जुड़े होते हैं अथवा वे परस्पर आकर्षण बल के द्वारा कसकर जुड़े होते हैं।
अणु को किसी तत्व अथवा यौगिक के उस सूक्ष्मतम कण के रूप में परिभाषित कर सकते हैं जो स्वतंत्र रूप से अस्तित्व में रह सकता है तथा जो उस यौगिक के सभी गुणधर्म को प्रदर्शित करता है। एक ही तत्व के परमाणु अथवा भिन्न-भिन्न तत्वों के परमाणु परस्पर संयोग करके अणु निर्मित करते हैं।
तत्वों के अणु
किसी तत्व के अणु एक ही प्रकार के परमाणुओं द्वारा संरचित होते हैं। आर्गन (Ar), हीलियम (He) इत्यादि जैसे अनेक तत्वों के अणु उसी तत्व के केवल एक परमाणु द्वारा निर्मित होते हैं। लेकिन अधिकांश अधातुओं में ऐसा नहीं होता है।
उदाहरणार्थ, ऑक्सीजन अणु दो ऑक्सीजन परमाणुओं से बनता है, इसलिए इसे द्वि-परमाणुक अणु,0 कहते हैं। यदि सामान्यतः 2 के स्थान पर 3 ऑक्सीजन परमाणु परस्पर संयोग करते हैं तो हमें ओजोन, 0 प्राप्त होता है। किसी अणु की संरचना में प्रयुक्त होने वाले परमाणुओं की संख्या को उस अणु की परमाणुकता कहते हैं।
धातु अणुओं एवं कुछ अन्य तत्वों के अणुओं जैसे कि कार्बन के अणुओं की सरल संरचना नहीं होती है किंतु उनके अणुओं में असीमित परमाणु परस्पर बँधे होते हैं।
आइए, कुछ तत्वों की परमाणुकता का अवलोकन करें।
कुछ तत्वों की परमाणुकता |
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तत्वों के प्रकार |
नाम |
परमाणुकता |
अधातु |
आर्गन हीलियम ऑक्सीजन हाइड्रोजन नाइट्रोजन क्लोरीन फॉस्फोरस सल्फर |
एक परमाणुक एक परमाणुक द्विपरमाणुक द्विपरमाणुक द्विपरमाणुक द्विपरमाणुक चतुर्परमाणुक बहुपरमाणुक |
धातु |
सोडियम आयरन ऐलुमिनियम कॉपर |
एकपरमाणुक एकपरमाणुक एकपरमाणुक एकपरमाणुक |
यौगिकों के अणु
भिन्न-भिन्न तत्वों के परमाणु एक निश्चित अनुपात में परस्पर जुड़कर यौगिकों के अणु निर्मित करते हैं। नीचे सारणी में कुछ उदाहरण दिए गए हैं।
कुछ यौगिकों के अणु |
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यौगिक |
संयुक्त तत्व |
द्रव्यमान अनुपात |
जल |
हाइड्रोजन,
ऑक्सीजन |
1:8 |
अमोनिया |
नाइट्रोजन,
हाइड्रोजन |
14:3 |
कार्बन डाइऑक्साइड |
कार्बन,
ऑक्सीजन |
3:8 |
जल अणु में प्रयुक्त परमाणुओं की संख्याओं का अनुपात निम्न प्रकार से प्राप्त किया जा सकता हैं।
इस प्रकार, जल अणु में प्रयुक्त परमाणुओं की संख्याओं का अनुपात H:O = 2:1